जाट को खेत में टयूबवेल लगवाना था !
सोचा कि
पंडितजी से पूछ लू कि पानी कहां होगा😜 ?
.
पंडितजी ने सारे खेत में घूम कर एक कोने में हाथ रख दिया और बोला कि यहां टयूबवेल लगा ले😋 और 1100 रु. ले लिये !
.
जाट बेचारा भुरभुरे स्वभाव का था !
.😄
पंडितजी से बोला:
मैं बहुत खुश हूं...आप मेरे घर खाना खाने आओ !
.
पंडितने सोचा कि फंस गई सामी आज तो...
और हां कर दी !😄😄
.
जाट घर जा कर अपनी पत्नि से बोला," पंडित😜😜
जी
जिम्मण आवेंगे पकवान बना ले और एक कटोरी में😚
नीचे देसी घी और उपर चावल डाल दिये !
.
पत्नि बोली कि घी तो उपर होता है!😛😛
.
जाट बोला कि आज तू घी नीचे रखिये !😛😂
.
पंडितजी आ गये और चावल वाली कटोरी देख कर
बोले ," बेटा इसमें घी तो है ही नहीं !😠😠
.
जाट ने चप्पल निकाल के एक धरी पंडित के कान👂👂
के नीचे और बोला," तन्नै खेत में 250 फुट नीचे का पानी देख लिया...
कटोरी में 2 इंच नीचे घी नी दिक्खया ?😄
तो या तुक सुनाण का मतलब था कि किसी के बहकावे में आने कि बजाय अपनी समझ से काम करना चाहिए।
सोचा कि
पंडितजी से पूछ लू कि पानी कहां होगा😜 ?
.
पंडितजी ने सारे खेत में घूम कर एक कोने में हाथ रख दिया और बोला कि यहां टयूबवेल लगा ले😋 और 1100 रु. ले लिये !
.
जाट बेचारा भुरभुरे स्वभाव का था !
.😄
पंडितजी से बोला:
मैं बहुत खुश हूं...आप मेरे घर खाना खाने आओ !
.
पंडितने सोचा कि फंस गई सामी आज तो...
और हां कर दी !😄😄
.
जाट घर जा कर अपनी पत्नि से बोला," पंडित😜😜
जी
जिम्मण आवेंगे पकवान बना ले और एक कटोरी में😚
नीचे देसी घी और उपर चावल डाल दिये !
.
पत्नि बोली कि घी तो उपर होता है!😛😛
.
जाट बोला कि आज तू घी नीचे रखिये !😛😂
.
पंडितजी आ गये और चावल वाली कटोरी देख कर
बोले ," बेटा इसमें घी तो है ही नहीं !😠😠
.
जाट ने चप्पल निकाल के एक धरी पंडित के कान👂👂
के नीचे और बोला," तन्नै खेत में 250 फुट नीचे का पानी देख लिया...
कटोरी में 2 इंच नीचे घी नी दिक्खया ?😄
तो या तुक सुनाण का मतलब था कि किसी के बहकावे में आने कि बजाय अपनी समझ से काम करना चाहिए।
No comments:
Post a Comment